Rahul Gandhi Yatra: क्या अखिलेश होंगे भारत जोड़ों यात्रा में? , कांग्रेस ने फिर क्यों बदला ‘न्याय यात्रा’ का रूट?
Rahul Gandhi Yatra News: ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी का मन बदल गया है। अब उनकी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होकर गुजरेगी। राहुल एक ही दिन में वेस्ट यूपी के पांच जिलों को कवर करेंगे। जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के INDIA से बाहर जाने के बाद, कांग्रेस ने वेस्ट यूपी से यात्रा न निकालने का फैसला लिया था। लेकिन फिर बुधवार को कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि राहुल 24 फरवरी को मुरादाबाद से यात्रा शुरू करेंगे। उसी दिन संभल, अलीगढ़, हाथरस और आगरा होते हुए राजस्थान के धौलपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। ये पांचों जिले वेस्ट यूपी में आते हैं।
कांग्रेस ने कहा कि राहुल एक दिन में 5 जिले कवर करके ‘वक्त बचाना’ चाहते हैं। हालांकि, वेस्ट यूपी को जयंत की RLD का गढ़ माना जाता है। जयंत के बीजेपी से हाथ मिलाने के बाद राहुल ने यात्रा को वेस्ट यूपी से न ले जाने का फैसला लिया था। तब पार्टी ने कहा था कि वह छात्रों को परेशान नहीं करना चाहती जिनके बोर्ड एग्जाम 22 फरवरी से शुरू हो रहे हैं।
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Rahul Gandhi Yatra में शामिल हो सकते है सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में इंडिया अलायंस के तहत लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन का एलान होने के बाद अहम सवाल यह था कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव, राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा में कब शामिल होंगे। अब इसका भी जवाब स्पष्ट होता दिख रहा है। कांग्रेस सूत्रों ने दावा किया है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव 25 फरवरी को UP के आगरा में Rahul Gandhi Yatra भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल हो सकते हैं।
इससे पहले बुधवार को अखिलेश यादव ने भारत जोड़ो यात्रा से संबंधित एक सवाल पर कहा था- “अंत भला तो सब भला……. गठबंधन होगा। ” सीट शेयरिंग पर उन्होंने कहा, “कोई विवाद नहीं है, जल्दी ही इसका ऐलान होगा। “
बुधवार को राहुल की यात्रा कानपुर में दाखिल हुई। यूपी में स्कूली परीक्षाएं शुरू होने के कारण दो दिन का ब्रेक रहेगा। यात्रा 24 फरवरी को मुरादाबाद से फिर शुरू होगी। 16 फरवरी को बिहार से यूपी आए राहुल अब तक राज्य के 11 जिलों में जा चुके हैं।
Rahul Gandhi Yatra पहुंचीं RLD प्रमुख जयंत चौधरी के गढ़ तक
राहुल वेस्ट यूपी के दौरे में बागपत, कैराना, मथुरा, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना और अमरोहा नहीं जाएंगे। इन जिलों में RLD का दबदबा बताया जाता है। वह हमीरपुर और झांसी भी नहीं जा रहे, जहां से पहले उनकी यात्रा गुजरने वाली थी। राहुल की यात्रा वेस्ट यूपी के जिन जिलों से गुजरेगी, वहां मुस्लिम आबादी का प्रभाव है। मुरादाबाद में जाटों का दबदबा है तो आगरा और हाथरस में दलित वोट काफी अहम हैं। मुरादाबाद और संभल से 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की सहयोगी समाजवादी पार्टी (SP) ने जीत दर्ज की थी। तब उसका BSP और RLD से गठबंधन था। SP ने संभल से अपने सांसद शफीकुर्रहमान बर्क को फिर उतारा है, मुरादाबाद का कैंडिडेट अभी घोषित नहीं किया है।
यूपी में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का पुराना रूट
पूर्व रूट के मुताबिक, यात्रा को चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, इलाहाबाद, भदोही, प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, हरदोई, सीतापुर (सभी पूर्वी और मध्य यूपी में) और बरेली, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, अमरोहा, अलीगढ़, बदायूं, बुलंदशहर, और आगरा (पश्चिमी उत्तर प्रदेश में) से होकर गुजरना था।
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जयंत चौधरी ने 12 फरवरी को कंफर्म किया था कि उनकी पार्टी बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA में शामिल होने जा रही है। उसी दिन, कांग्रेस ने बताया राहुल ने अपनी यात्रा में कटौती का फैसला किया है। वह वेस्ट यूपी नहीं जाएंगे। बाद में पार्टी ने कहा कि यह फैसला छात्रों को परेशान न करने के लिए किया गया। 22 फरवरी से बोर्ड एग्जाम शुरू हो रहे हैं। कांग्रेस ने इस बात से इनकार किया था कि वह RLD के अलग होने की वजह से यात्रा का रूट बदल रही है। कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने कहा था, ‘कांग्रेस किसी पर निर्भर नहीं है। वह विनम्र है लेकिन असहाय नहीं। ‘
ब्रेक लेंगे राहुल
26 फरवरी से 1 मार्च के बीच, राहुल की यात्रा स्थगित रहेगी। दरअसल, राहुल को कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में स्पेशल लेक्चर देने के लिए लंदन जाना है। वापस लौटकर वह दिल्ली में कुछ अहम बैठकें करेंगे और फिर 2 फरवरी को धौलपुर से यात्रा फिर शुरू होगी।