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India Maldives Relations: मालदीव ने फिर किया भारत क साथ धोखा, चाइना से 4 गुप्त समझौते;क्या है साजिश

India Maldives Relations: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मालदीव और चीन के बीच कुछ गुप्त समझौते हुए हैं। भारत से पंगा लेकर मालदीव बुरी तरह से फंस गया है। हाल ही में मालदीव के साथ कुछ ऐसा हुआ है जिसके बारे में उसने भी नहीं सोचा होगा। यही वजह है कि मालदीव मुइज्जू की सरकार इन समझौतों को उजागर करने से घबरा रही है।

India Maldives Relations: हाल ही में भारत और मालदीव के बीच एक विवाद हुआ था । भारत (India) और मालदीव (Maldives) के बीच चल रहा यह विवाद जगजाहिर है और अभी भी खत्म नहीं हुआ है। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohamed Muizzu) ने जानबूझकर भारत से दुश्मनी निकालने के लिए ‘इंडिया आउट’ अभियान चलाया जिसके तहत मालदीव से भारतीय सैनिकों को देश से बाहर निकालने का एजेंडा बनाया। 10 मई तक भारतीय सैनिक मालदीव से बाहर निकलेंगे, जिनकी जगह भारत का ही योग्य टेक्निकल स्टाफ लेगा।

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इतना ही नहीं, भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के लक्षद्वीप (Lakshadweep) दौरे और लक्षद्वीप का प्रचार करने पर मालदीव के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी और भारतीयों के बारे में विवादित बयान दिए थे। हालांकि बाद में तीनों मंत्रियों को निष्कासित करना पड़ा, पर फिर भी मुइज्जू ने इस मामले पर मंत्रियों की टिप्पणियों का विरोध नहीं किया। मालदीव ने भारत से पंगा तो ले लिया, पर ऐसा करके अब मालदीव बुरी तरह से फंस गया है।

India Maldives Relations बिगड़ने से मालदीव का निकला दिवाला

आज ही एक रिपोर्ट आई है जिसके अनुसार मालदीव दिवालिया हो गया है। हाँ, आपने बिल्कुल सही पढ़ा है और अब मालदीव की पतलून गीली होने लगी है। मालदीव ने आईएमएफ (इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड – IMF) से अपनी स्थिति साझा करते हुए दिवालियापन की जानकारी दी है।

अब कर रहा लोन की मांग

मालदीव ने दिवालिया होने के बाद अब आईएमएफ से बेलआउट लोन की मांग की है। भारत से पंगा लेने के बाद पहले से जूझ रही मालदीव की अर्थव्यवस्था को और भी झटका लगा और बात अब भीगे कपड़े हाथ आ गए है। ऐसे में स्थिति को सुधारने के लिए मालदीव ने आईएमएफ से कर्ज़ मांगा है।

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भारत से पंगा लेना पड़ा भारी

एक समय ऐसा भी था जब भारत और मालदीव के बीच अच्छे संबंध थे। दोनों देशों के संबंधों में तकरार आने की शुरूआत मुइज्जू के मालदीव का राष्ट्रपति बनते ही शुरू हो गई थी । आपको बता दें कि मुइज्जू शुरू से ही भारत विरोधी रहे हैं। और यही कारण है कि उन्होंने अब मालदीव से भारत की सेना को हटाने की ज़िद्द पकड़ ली। वहीं पीएम मोदी के लक्षद्वीप जाने के बाद मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणी से भारतीयों में गुस्सा पैदा हो गया। इससे बड़ी संख्या में भारतीयों ने मालदीव का विरोध करना शुरू कर दिया। बड़े सेलेब्स और कई लोगों ने मालदीव की ट्रिप कैंसिल करनी शुरू कर दी।

भारत की कई ट्रैवलिंग कंपनियों ने भी मालदीव की फ्लाइट से लेकर होटल तक की बुकिंग्स कैंसिल करना शुरू कर दिया। इससे मालदीव के पर्यटन को बड़ा झटका लगा। पिछले साल एक मालदीव जाने वाले यात्रियों में भारतीयों का स्थान सबसे ऊपर था, पर अब इस मामले में भारत पांचवे स्थान पर आ गया है। जनवरी में भारत से मालदीव जाने वाले पर्यटकों की संख्या मणि भरी गिरावट आई है और संभावना जताई जा रही है की भर्तियों का मालदीव जाने की जगह लक्षद्वीप की ओर बढ़ना जारी रहेगा।

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India Maldives Relations बिगाड़ कर अपने पैरों पर मारी कुल्हाडी

आपको बता दें की मालदीव काफी हद तक सिर्फ पर्यटन में ही नहीं, मेडिकल, शिक्षा और दूसरी कई ज़रूरत की चीज़ों जिसके लिए भारत पर निर्भर रहता था, इन सभी क्षेत्रों में भी मालदीव को बड़ा झटका लगा है। अब मालदीव के हालात ऐसे हो गए हैं कि मालदीव को आपात चिकित्सा मामले में श्रीलंका से मदद मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा है। पाकिस्तान, जो खुद कंगाली से जूझ रहा है, मालदीव की मदद करने का प्रस्ताव दे रहा है। यूं तो चीन मालदीव की मदद कर सकता है पर चीन की मदद मालदीव को आगे जाकर काफी भारी पड़ेगी। ऐसे में मालदीव ने भारत से पंगा लेकर अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है।

Kanisha Mathur

कनिशा माथुर जनपत्रिका में डिजिटल कंटेन्ट प्रोड्यूसर के तौर पर कार्यरत हैं। इन्हें ऑटोमोबाईल,टेक्नॉलजी,एंटरटेनमेंट, एजुकेशन जैसे टॉपिक्स पर लिखने का अनुभव है। इनका उद्देश्य आसान शब्दों में लोगों तक हर जानकारी पहुंचाना है। अपने खाली समय में इन्हें म्यूजिक सुनना, लोगों से बातचीत करना और घूमना-फिरना काफी पसंद है। यह नई चीजें सीखने के लिए हमेशा तैयार रहती है।

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