Paytm Share Price में आई भारी गिरावट, RBI के बैन के बाद Paytm के बुरे हाल
Paytm Share Price : आरबीआई के बैन के बाद Paytm के शेयर में भारी गिरावट आई है, हाल में कंपनी पर आरबीआई ने कड़ी कारवाई की थी। ग्रुप की सहयोगी कंपनी Paytm Payments Bank में लगातार अनियमितता के कारण आरबीआई ने किसी भी प्रकार की लेनदेन या नए ग्राहक जोड़ने पर रोक लगा दी है।
Paytm Share Price: वन 97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम कंपनी) के शेयर के 1 फरवरी को मार्केट खुलते ही लोअर सर्किट लग गए हैं। भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने पेटीएम ग्रुप की कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कार्रवाई करते हुए उसके बैंकिंग कारोबार पर रोक लगा दी है।
संस्थागत निवेशक इस बात की चिंता से शेयर बेच सकते हैं कि यह संकट पेटीएम के अन्य प्रमुख व्यवसायों जैसे लेंडिंग आदि पर भी फैल सकता है, जिससे कमाई प्रभावित होगी।
आरबीआई ने 29 फरवरी 2024 के बाद पेटीएम पेमेंट्स बैंक को किसी भी ग्राहक के अकाउंट में नया या टॉप-अप जमा लेने, प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स, वॉलेट्स, फास्टैग, एनसीएमसी कार्ड आदि जारी करने से प्रतिबंधित कर दिया है। विश्लेषकों और फंड मैनेजर्स के अनुसार, यह पेटीएम के व्यवसाय को बड़ा झटका देगा।
आरबीआई की इस कड़ी कार्रवाई के पीछे बैंक द्वारा लगातार नियमों की अवहेलना और लगातार महत्वपूर्ण पर्यवेक्षी चिंताएं हैं। इन्हीं कारणों से आरबीआई को ऐसा कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।
पेटीएम के लिए सबसे ज्यादा चिंता का विषय इसके रेप्यूटेशन पर पड़ने वाला असर है, जिससे उसके साझेदार इसके साथ व्यवसाय करने में संकोच कर सकते हैं। यह पेटीएम के लेंडिंग व्यवसाय को प्रभावित कर सकता है, जो इसकी कुल कमाई का 20 प्रतिशत हिस्सा है।
हालांकि,इस बात का लेंडिंग व्यवसाय पर कितना असर होगा यह कह पाना मुश्किल है। लेकिन इससे निवेशकों का सेंटिमेंट इस खबर से जरूर खराब हुआ है।
Paytm Share Price में आएगी भारी कमी
ऐसे में विश्लेषक और फंड मैनेजर पेटीएम के भावी वित्त वर्ष के एक शेयर आय (EPS) में 5 से 15% तक की कमी की उम्मीद कर रहे हैं। यह पेटीएम की चिंता और बढ़ा सकता है क्योंकि कंपनी लगातार प्रॉफिटेबल होने का प्रयास कर रही है।
वित्त वर्ष 2025 में EBITDA पर ब्रेक-इवन होने की उम्मीद थी। दिसंबर 2024 तक के 9 महीनों में पेटीएम का घाटा प्रति शेयर 14 रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले काफी कम है।
इस सुधरते कारोबारी प्रदर्शन के चलते पेटीएम के शेयर में तेजी देखी गई। आईपीओ से पहले के कुछ शेयरधारकों ने तो शेयर बेच दिए, लेकिन नए खरीदार भी आए।
पिछले एक महीने में पेटीएम का शेयर (Paytm Share ) 19% और पिछले एक साल में 43% तक चढ़ गया था। लेकिन अब कुछ प्रमुख फंड मैनेजर्स ने बताया कि पेटीएम के शेयर में भारी गिरावट देखी जा सकती है।
कुछ अन्य विशेषज्ञों ने कहा कि आरबीआई के इस कदम के बाद शेयर रखने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि आगे का रास्ता अब अस्पष्ट हो गया है। इसके अलावा, व्यवसाय पर खतरे और कंपनी का धुंधला भविष्य देखते हुए किसी संस्थागत निवेशक या किसी रणनीतिक खिलाड़ी द्वारा बड़ी मात्रा में शेयर खरीद कर इसे सपोर्ट करने की संभावना बहुत कम है।
पेटीएम की साख पर पड़ेगा बुरा असर
पेटीएम के मैनेजमेंट ने एक बैठक की है जिसमें उन्होंने कंपनी को व्यवसाय पर होने वाले संभावित नुकसान के बारे में और आगे की रणनीति के बारे में रणनीति बनाने के चर्चा की।
आरबीआई की इस कारवाई से कंपनी को वित्तीय नुकसान तो होगा ही साथ में पेटीएम की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता पर भारी असर पड़ेगा। इससे पेटीएम की ग्रोथ पर बेहद बुरा असर होगा।
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आरबीआई की इस कार्रवाई से पेटीएम को वित्तीय रूप से नुकसान तो होगा, लेकिन इसका सबसे बड़ा असर इसकी प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता पर पड़ेगा। यह भविष्य में पेटीएम की ग्रोथ को बुरी तरह से प्रभावित करेगा।
कंपनी के मैनेजमेंट को अब एक स्पष्ट रणनीति बनाते हुए कंपनी के कार्यशैली में बदलाव करने की आवश्यकता है। कंपनी को आरबीआई के नियमों की की भी पालना करने की आवश्यकता है। यदि पेटीएम ऐसा करने में असफल होती है, तो यह कंपनी के भविष्य को अंधकार में डाल सकता है।