अयोध्या में होगा एक दम अद्भुत आयोजन! जानें 15 से 22 जनवरी तक राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का पुरा शेड्यूल
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या के राम मंदिर में राम जी की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी बहुत जोरों-शोरों से चल रही है। आइए जानते है क्या है पूरे हफ्ते का शेड्यूल!
Ramlala Pran Pratishtha: 22 जनवरी 2024 को होने वाले उस ऐतिहासिक क्षण का लोग बेसब्री से इंतज़ार कर रहे है, जब भगवान श्री राम की मूर्ति मंदिर के गर्भग्रह में विराजित होगी, यह भारत के सम्पूर्ण देशवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा। करीबन 500 साल का इंतज़ार खत्म होगा और अयोध्या में बने मंदिर का उद्घाटन होगा, जो अनगिनत लोगों की मेहनत,प्रयास और तैयारी के फलस्वरूप बना है। इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के यजमान होंगे। प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन 15 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति वाले दिन से शुरू होगा और 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा होने तक कई अनुष्ठान होंगे। इस कार्यक्रम का पूर्ण शेड्यूल मंदिर समिति ने जारी कर दिया है।
ये 84 सेकंड सबसे खास
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हफ्ते तक चलेगा। साथ ही रामलला की मूर्ति मंदिर के गर्भग्रह में स्थापित करने का समय सर्वोपरि होगा। यह अत्यंत महत्वपूर्ण समय है,जिसे ज्योतिषियों और धार्मिक विधवानों ने रामलला की मूर्ति स्थापना के लिए चुना है। यह समय 22 जनवरी 2024 की दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा। इस समय सूर्य आसमान में उच्च स्थान पर होगा और मर्गशिरा नक्षत्र भी होगा। इसके अलावा, यह मुहूर्त बानमुक्त भी है।
राम मंदिर में 15 से 22 जनवरी 2024 तक का शेड्यूल
15 जनवरी 2024: 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जाएगी और इसी के साथ खरमास का अंत हो जाएगा। रामलाल की मूर्ति, अर्थात श्री राम के बालरूप को मकर संक्रांति के पुण्य दिन पर गर्भग्रह में स्थापित किया जाएगा।
16 जनवरी 2024: 16 जनवरी 2024 को रामलला के मूर्ति के अवतार लेने का आयोजन शुरू होगा।
17 जनवरी 2024: 17 जनवरी 2024 को, रामलला की मूर्ति का नगर में घुमाव किया जाएगा।
18 जनवरी 2024: 18 जनवरी 2024 से प्राण-प्रतिष्ठा का प्रमुख कार्यक्रम आरंभ होगा। इस दिन मंडप प्रवेश पूजन, वास्तु पूजन, वरुण पूजन, विघनहर्ता गणेश पूजन और मारतीका पूजन किया जाएगा।
19 जनवरी 2024: 19 जनवरी 2024 को यज्ञ अग्नि कुंड की स्थापना राम मंदिर में होगी। अरणी मंथन के द्वारा यज्ञ की अग्नि जलायी जाएगी। इसके बाद नवग्रह हवन किया जाएगा। यहाँ राम मंदिर की वस्तु शांति होगी।
20 जनवरी 2024: 20 जनवरी 2024 को राम मंदिर के मुख्य स्थान को 81 कलशों के जल से पवित्र करने की योजना बनाई गई है। इन कलशों में विभिन्न नदियों से इक्ट्ठा किए गए जल का उपयोग किया जाएगा।
21 जनवरी 2024: इस दिन यज्ञ विधि में, रामलला का अपूर्व स्नान 125 कलशों के माध्यम से होगा, जबकि विशेष पूजन और हवं संयुक्त रूप से किया जाएगा।
22 जनवरी 2024: 22 जनवरी को मध्यकाल में मृगशिरा नक्षत्र में रामलला की मूर्ति को मंदिर के गर्भग्रह में स्थापित किया जाएगा और महापूजा का आयोजन किया जाएगा।