Lord Shree Ram: सीख लीजिए भगवान श्री राम के चरित्र की ये 4 बातें, तो नहीं होगी कभी भी जीवन में हार!
Shree Ramcharit Manas:श्रीराम को लोगों द्वारा एक आदर्श पुरुष के रूप में देखा जाता है। आज हम आपको श्रीराम के चरित्र की विशेषताओं के बारे में बताते है।
Lord Shree Ram:
रामायण को हिन्दू धर्म में एक प्रमुख ग्रंथ माना जाता है। भगवान राम को विष्णु जी का अवतार माना गया है। रामायण में बताया गया है की भगवान राम अयोध्या के राजा दशरथ के 4 पुत्रों मे से सबसे बड़े पुत्र थे।
श्रीराम को एक आदर्श पुरुष के तौर पर देखा गया है। आज हम आपको श्रीराम के चरित्र की विशेषताओं के बारे में बतयएंगे जिन्हे अगर आपने उन्हे सीख लिया तो जीवन में कभी भी आपकी हार नहीं होगी।
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माता-पिता की आज्ञा का पालन सदेव करें
भगवान राम अयोध्या के राजा दशरथ के सबसे बड़े पुत्र थे। इस हिसाब से भगवान श्री राम को अयोध्या की गद्दी मिलने वाली थी। लेकिन श्री राम के द्वारा माँ कैकयी का आदेश पालन करा गया और राजपाट छोड़कर 14वर्ष के लिए वनवास चले गए। इससे मानव जाती को ये शिक्षा लेनी चाहिए कि हर संतान का पहला धर्म अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करना है।
धैर्यशीलता का पाठ पढ़ाया
आज के लोगों में धैर्य की कमी होती है जिस कारण उसके जीवन में कई समस्याएं पैदा हो जाती है। ऐसे में भगवान श्री राम जीवन में धैर्य का एक बेहतरीन उदाहरण देते हैं। जब माँ कैकयी ने श्रीराम को वनवास जाने का आदेश दिया था तब उन्होंने इस आदेश को धैर्य के साथ स्वीकार किया था।
आदर्श भाई कैसे बनें
श्रीराम ना ही सिर्फ अच्छे बेटे वो एक अच्छे भाई भी बनें। वनवास के दौरान श्रीराम के भाई भरत उनको वापस अयोध्या लेने आए। तो उन्होंने अपने माता-पिता की आज्ञा को ऊपर रखा और पूरा राजपाट भाई भरत को सौंप दिया।
कैसे बने अच्छे मित्र
भगवान श्रीराम मित्रता का भी एक बहुत अच्छा उदाहरण देते है। रामायण में वर्णित है की केवट, सुग्रीव और विभीषण श्रीराम के सच्चे मित्र रहे हैं. भगवान राम ने सभी के साथ बिना किसी भेदभाव के दोस्ती निभाई थी.