Onion Price Today:प्याज के दामों में तेजी से किसानों में खुशी की लहर
Onion Price Today: राजस्थान के सीकर जिले में प्याज उत्पादन की बात करें तो यह जिला राज्य में दूसरे स्थान पर है। इस साल सर्दियों के मौसम में, यहां पर प्याज की खुदाई शुरू हो चुकी है। बाजार में प्याज के दाम बढ़ने की वजह से किसानों ने सोचा कि वे जल्दी से जल्दी प्याज की खुदाई कर लें। इससे उन्हें अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है। किसान इन अच्छे दामों से खुश हैं।
Onion Price Today: राजस्थान के सीकर जिले में प्याज उत्पादन की बात आती है तो यह जिला दूसरे पायदान पर है। यहाँ सर्दी के मौसम में प्याज की खेती खूब होती है। इस बार, किसानों ने बाजार में प्याज के बढ़ते दामों को देखकर, जल्दी ही प्याज की खुदाई शुरू कर दी है।
नए प्याज में नमी अधिक होती है, जिससे किसानों को अच्छे दाम मिल रहे हैं। सीकर मंडी में इस समय स्थानीय प्याज 13 से 19 रुपए प्रति किलो और अलवर का प्याज 22 से 23 रुपए प्रति किलो में बिक रहा है। व्यापारी बताते हैं कि आने वाले दिनों में प्याज के दाम कम हो सकते हैं।
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खराब मौसम से फसलें भी हुई खराब
सीकर में सर्दी के मौसम का प्याज आमतौर पर अगस्त में बोया जाता है। हालांकि, इस बार मौसम की अनुकूलता न होने के कारण कई जगहों पर प्याज की फसल खराब हो गई। इसके बाद प्याज के दाम (Onion Price Today) बढ़ने लगे, और किसानों ने महंगे दामों पर प्याज लगाया। इस बार जिले में करीब 13 हजार हेक्टेयर में प्याज की बुवाई हुई है।
किसानों द्वारा समय से पहले प्याज की खुदाई करने से आम लोगों को कुछ राहत मिली है। लोगों का कहना है कि नए प्याज के आने से दामों में थोड़ी कमी आई है। हालांकि, किसानों को कोल्ड स्टोरेज की सुविधा न होने से कुछ परेशानी हो रही है।
राजस्थान के अलावा अन्य राज्यों में भारी डिमांड
सीकर का प्याज अपनी मिठास के लिए प्रसिद्ध है, और इसे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, उत्तराखंड जैसे राज्यों में भेजा जाता है। यहां के करीब 50 हजार किसान प्याज की खेती से जुड़े हैं, और धोद ब्लॉक में सबसे अधिक प्याज की खेती होती है।
कोल्ड स्टॉरिज की उठ रही मांग
किसानों का कहना है कि यदि सरकार उनके लिए कोल्ड स्टोरेज की सुविधा मुहैया कराए, तो उन्हें काफी राहत मिल सकती है। सीकर के प्याज उत्पादक किसानों के लिए कोल्ड स्टोरेज की मांग पिछले दस साल से चली आ रही है, लेकिन अभी तक सरकार ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।
प्याज के थोक विक्रेता देवीलाल चौधरी के अनुसार, सीकर मंडी में सांवलोदा और मैलासी क्षेत्र के प्याज आ रहे हैं। कई किसान समय से पहले ही प्याज की खुदाई कर लेते हैं, जिससे प्याज में नमी अधिक होती है और इसके दाम कम रहते हैं।
प्याज वाले बाइपास के नाम से मशहूर
जयपुर निवासी उम्मेद सिंह, जो पिछले छह साल से बीकानेर में काम करते हैं, बताते हैं कि वे हमेशा सीकर के प्याज खरीदते हैं। उनका कहना है कि तीन साल पहले उन्होंने सीकर के मीठे प्याज के बारे में सुना था, और अब वे और अन्य लोग भी जयपुर-बीकानेर बाईपास को ‘प्याज वाले बाईपास’ के नाम से जानते हैं।