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Flat White: क्यों बनाया गूगल ने फ्लैट व्हाइट कॉफी डूडल, जानें खासियत और इतिहास

Flat White: गूगल ने आज फिर अपनी सजावट की एक खास अंदाज के साथ । Flat Whit कॉफी एक एक्सप्रेसो आधारित पेय है जिसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुई थी। फ्लैट व्हाइट कॉफी डे पर गूगल का यह डूडल भारत समेत कई देशों में दिख रहा है।

Flat White: अप जानते है कि गूगल तमाम खास मौके पर डूडल बनाता है। हाल ही में महिला दिवस पर गूगल ने डूडल बनाया था और आज यानी 11 मार्च को गूगल ने Flat White Coffee Day पर डूडल बनाया है। फ्लैट व्हाइट कॉफी एक एक्सप्रेसो आधारित पेय है जिसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हुई थी। फ्लैट व्हाइट कॉफी डे पर गूगल का यह डूडल भारत समेत कई देशों में दिख रहा है। यह दिखने में भी बेहद खास है और इसका इतिहास भी बेहद खास है । यहाँ आपको Flat White coffee की पूरी जानकारी दी गई है ।

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क्या है Flat White गूगल डूडल

आज यानी 11 मार्च को गूगल खोलने पर एक अनोखा ही डूडल नजर आ रहा है जिसका नाम Flat White coffee है । यह आज कॉफी से जुड़े खास दिन को सेलिब्रेट करने के लिए बनाया गया है । अभी कुछ दिनों पहले ही महिला दिवस पर गूगल ने एक डूडल बनाया था और आज इस खास मौके पर डूडल बनाया है। आप में से बहुत लोगों को नहीं पता होगा कि फ्लैट व्हाइट कॉफी होती क्या है। क्यों गूगल के सर्च इंजन में ये डूडल बनाया गया है।

क्या होता है गूगल डूडल?

गूगल के होम पेज पर एक टूल है जिसका इस्तेमाल अक्सर दुनियाभर के जरूरी मुद्दों, ऐतिहासिक घटनाओं को उजागर करने के लिए किया जाता है। गूगल सर्च का यह मेन पेज विश्व में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले वेब पेजेस में से एक है। सर्च बॉक्स के ठीक ऊपर, Google का लोगो होता है। जिसमें कई तरह के एनीमेशन और दूसरी क्रिएटिविटी के जरिए ऐतिहासिक घटनाओं और महान हस्तियों को याद किया जाता है।

फ्लैट व्हाइट कॉफी डे का इतिहास

1 मार्च को Flat White Coffee को साल 2011 में ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी में जोड़ा गया था। फ्लैट व्हाइट में एस्प्रेसो शॉट के साथ स्टीम मिल्क होता है। ऐसा अनुमान है कि इसे पहली बार ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में परोसा गया था। ऐसा माना जाता है कि यह कॉफी पहली बार 1980 के दशक के दौरान सिडनी और ऑकलैंड के मेनू में नजर आई थी। एक फ्लैट व्हाइट एस्प्रेसो शॉट से बना होता है जिसके ऊपर स्टीम मिल्क और माइक्रो-फोम की एक पतली परत होती है। इसे आमतौर पर सिरेमिक कप में परोसा जाता है।

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फ्लैट व्हाइट उन कॉफी लवर्स के बीच लोकप्रिय है जो कम झाग चाहते हैं क्योंकि फ्लैट व्हाइट कैपुचिनो या लाटे की तुलना में “फ्लैट” होता है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के कई कैफे में आमतौर पर बरिस्ता काफी को आकर्षक बनाने के लिए अपने स्किल का इस्तेमाल करते हैं और सुंदर डिजाइन बनाते हैं, जिससे ज्यादा ग्राहक प्रभावित होते हैं।

कैसे बनती है Flat White Coffee ?

यह कॉफी एक सफेद एस्प्रेसो शॉट से बना होता है जिसके ऊपर उबले हुए दूध और माइक्रो-फोम की एक पतली परत होती है और इसे पारंपरिक रूप से सिरेमिक कप में परोसा जाता है। फ्लैट व्हाइट खासतौर पर उनके लिए है जो कि कॉफी में कम झाग चाहते हैं। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के कई कैफे में यह कॉफी लोकप्रिय है।

Kanisha Mathur

कनिशा माथुर जनपत्रिका में डिजिटल कंटेन्ट प्रोड्यूसर के तौर पर कार्यरत हैं। इन्हें ऑटोमोबाईल,टेक्नॉलजी,एंटरटेनमेंट, एजुकेशन जैसे टॉपिक्स पर लिखने का अनुभव है। इनका उद्देश्य आसान शब्दों में लोगों तक हर जानकारी पहुंचाना है। अपने खाली समय में इन्हें म्यूजिक सुनना, लोगों से बातचीत करना और घूमना-फिरना काफी पसंद है। यह नई चीजें सीखने के लिए हमेशा तैयार रहती है।

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